।बिजली चोरी: बचत नहीं, बल्कि भारी नुकसान का सौदा

असली बचत वही है, जब आप कानून का पालन करें और अपने बच्चों के लिए सच्चाई की मिसाल छोड़ें।

बिजली चोरी: बचत नहीं, बल्कि भारी नुकसान का सौदा

सिकंदरपुर।बलिया (राष्ट्र की संपत्ति)


थोड़ा-सा कनेक्शन जोड़ लेने से क्या होगा…” कई बार लोग यही सोचकर बिजली चोरी की ओर कदम बढ़ा देते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि ऐसा करना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि पकड़े जाने पर जेब ढीली होने के साथ-साथ समाज में बदनामी भी तय है।

विद्युत विभाग के अधिकारियों ने साफ कहा है कि बिजली चोरी दण्डनीय अपराध है। चेकिंग के दौरान दोषी पाए जाने पर भारी-भरकम जुर्माना तो लगेगा ही, साथ ही मुकदमा और जेल की नौबत भी आ सकती है।

बिजली चोरी से सबसे ज़्यादा नुकसान ईमानदारी से बिल भरने वालों को होता है। विभाग का कहना है कि कुछ लोग चोरी करते हैं और उसकी भरपाई बाकी उपभोक्ताओं से वसूली जाती है। ऐसे में यह केवल व्यक्तिगत गलती नहीं, बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र के साथ अन्याय है।

अधिकारियों ने अपील की है कि लोग जागरूक बनें, बिजली का ईमानदारी से उपयोग करें और जिम्मेदार उपभोक्ता बनकर राष्ट्रहित में सहयोग दें।

👉 असली बचत वही है, जब आप कानून का पालन करें और अपने बच्चों के लिए सच्चाई की मिसाल छोड़ें।

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