महिला सशक्तिकरण व महिला सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम
सुखपुरा (बलिया)।
रविवार को पुलिस अधीक्षक बलिया के निर्देशन में मिशन शक्ति फेस-5.0 के तहत थाना सुखपुरा क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण व महिला सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल मां ब्रह्माणी देवी मंदिर परिसर में आयोजित हुआ, जहां बड़ी संख्या में महिलाओं, छात्राओं तथा ग्रामीणों ने भाग लिया।
इस अवसर पर थाना प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार दुबे, प्रभारी चौकी ओमवीर सिंह, महिला कांस्टेबल सपना मिश्रा, ग्राम प्रधान ब्रह्माइन तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से महिलाओं को जागरूक किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर, सुरक्षित और स्वावलंबी बनाना रहा। अधिकारियों ने महिलाओं को बताया कि सरकार लगातार महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है, जिनका लाभ लेकर महिलाएं समाज में अपनी मजबूत पहचान बना सकती हैं।
प्रभारी निरीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि कठिन परिस्थितियों में महिलाएं धैर्य एवं विवेक से काम लेकर स्वयं को सुरक्षित रख सकती हैं। उन्होंने महिलाओं को भरोसा दिलाया कि पुलिस हर समय उनकी मदद के लिए तत्पर है। किसी भी आपात स्थिति में महिलाएं डायल 112 (पुलिस आपातकालीन सेवा), 1090 (महिला हेल्पलाइन), 1076 (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन), 1098 (बाल हेल्पलाइन), 102 व 108 (एंबुलेंस सेवा) तथा 181 (महिला शक्ति हेल्पलाइन) का प्रयोग कर सकती हैं।
महिला कांस्टेबल सपना मिश्रा ने साइबर अपराधों से बचाव की जानकारी देते हुए कहा कि आजकल ऑनलाइन ठगी की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे में किसी भी संदिग्ध लिंक या कॉल पर ध्यान न दें और यदि ठगी का शिकार हो जाएं तो तुरंत 1930 पर कॉल कर अपने पैसों को सुरक्षित करें। उन्होंने कहा कि जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है, जिससे महिलाएं स्वयं को सुरक्षित रख सकती हैं।
ग्राम प्रधान ब्रह्माइन ने कहा कि गांव-गांव में ऐसी पहल से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अपने अधिकारों को जानकर सशक्त बनेंगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी योजनाओं की जानकारी दी और महिलाओं को समाज में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित महिलाओं ने संकल्प लिया कि वे स्वयं को सुरक्षित रखते हुए अन्य महिलाओं को भी जागरूक करेंगी, ताकि समाज में महिला सशक्तिकरण की मजबूत नींव डाली जा सके।
इस तरह मां ब्रह्माणी देवी मंदिर परिसर में हुआ यह कार्यक्रम न केवल महिला सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ, बल्कि महिलाओं में आत्मविश्वास और जागरूकता बढ़ाने का माध्यम भी बना।



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