शहीद स्मारक सुखपुरा पर कार्यकर्ताओं की बैठक
भाकपा ने मनाया स्थापना के सौ वर्ष, शहीद स्मारक सुखपुरा पर कार्यकर्ताओं की बैठक
सुखपुरा (बलिया)।
बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी की राज्य परिषद के सदस्य सत्य प्रकाश सिंह ने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में कम्युनिस्टों का योगदान अविस्मरणीय रहा है। अनेक कम्युनिस्ट नेताओं ने अपने प्राणों का बलिदान देकर स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूत किया, जिसके परिणामस्वरूप देश आजाद हुआ। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में कम्युनिस्ट आंदोलन ने देश की नीतियों व विकास दिशा को गहराई से प्रभावित किया। इसी संघर्ष का परिणाम था कि बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ, हदबंदी कानून बना, कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण हुआ, साथ ही रेल, सड़क, स्कूल व अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार हुआ।
जिलाध्यक्ष लक्ष्मण पांडेय ने कहा कि मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए कम्युनिस्टों के संघर्ष से 44 मजदूर कानून बने, जिनसे देश के श्रमिकों को सुरक्षा व सम्मान मिला। लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने इन सभी अधिकारों को कमजोर करते हुए चार श्रम संहिताओं में समेट दिया है, जिससे मजदूर फिर से शोषण व गुलामी की कगार पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी व निजी दोनों ही क्षेत्रों में तेजी से ठेकेदारी व्यवस्था लागू होने से बेरोजगारों व श्रमिकों की स्थिति और खराब होती जा रही है। ऐसे समय में संगठित संघर्ष ही मजदूरों को अधिकार वापस दिला सकता है।
सभा में जमुना प्रसाद वर्मा, कन्हैया, हीरालाल पासवान, गोविंद गुप्ता, अख्तर अली, धर्मेंद्र ठाकुर, विनय, सत्येंद्र चौहान, शकील अहमद सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि मजदूरों, किसानों और आम जनता की समस्याओं के समाधान के लिए भाकपा आगामी दिनों में जन आंदोलन को और तेज करेगी।



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