सुखपुरा–बेरूआरबारी मुख्य मार्ग बदहाली की मिसाल बन चुका है
केंद्र और प्रदेश सरकार के दावों में विकास की गंगा बह रही है, लेकिन हकीकत में सुखपुरा–बेरूआरबारी मुख्य मार्ग बदहाली की मिसाल बन चुका है। यह मार्ग न केवल बेरूआरबारी ब्लॉक मुख्यालय को जिला मुख्यालय से जोड़ता है, बल्कि देवरिया, गोरखपुर, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, वाराणसी और लखनऊ जैसे प्रमुख जनपदों को जोड़ने वाली सड़कों से भी संपर्क स्थापित करता है।
वास्तविक स्थिति यह है कि सड़क पर इतने गहरे गड्ढे हैं कि समझना मुश्किल है—गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढा। आए दिन राहगीर और बाइक सवार असंतुलित होकर गिर जाते हैं, कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं और कुछ की जान भी जा चुकी है।
स्थानीय लोगों ने कई बार अखबारों में तस्वीरों सहित खबरें प्रकाशित कराई और विभागीय अधिकारियों से बातचीत भी की। हर बार उन्हें यही आश्वासन मिला कि जल्द ही सड़क का निर्माण होगा, लेकिन दिन, महीने और साल गुजर गए—सड़क आज भी बदहाल है।
आश्चर्य की बात यह है कि इसी मार्ग से विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी गुजरते हैं, लेकिन गाड़ियों की गद्देदार सीटों पर बैठे होने के कारण शायद उन्हें सड़क की हालत महसूस ही नहीं होती।
इस संबंध में अवर अभियंता, लोक निर्माण विभाग, विकास सिंह ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए कार्य योजना बनाकर भेज दी गई है। स्वीकृति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।


0 Comments