बलिया के लाल प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी बने बीएचयू के कुलपति, जिले में खुशी की लहर
बलिया आजमगढ़ लखनऊ उत्तरप्रदेश
प्रो. चतुर्वेदी न केवल शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम हैं, बल्कि वे बलिया के महान साहित्यकार, 'आचार्य परशुराम चतुर्वेदी' के सुपौत्र भी हैं। साहित्य, संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में आचार्य परशुराम चतुर्वेदी का योगदान अविस्मरणीय रहा है। अब उनके परिवार से एक और प्रतिभा राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व की भूमिका में आई है।
प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी आईआईटी रुड़की के निदेशक रह चुके हैं और शिक्षा के क्षेत्र में उनका अनुभव अत्यंत समृद्ध है। उनका अनुसंधान, प्रशासनिक कौशल और शिक्षण क्षमता उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए उपयुक्त बनाती है।
स्थानीय लोगों, शिक्षाविदों और सामाजिक संगठनों ने उनकी इस नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बलिया की मिट्टी ने हमेशा देश को महान विभूतियाँ दी हैं और प्रो. चतुर्वेदी की यह उपलब्धि उसी श्रृंखला की एक और गौरवशाली कड़ी है।
0 Comments