इस अभियान की विशेषता रही कि उपनिरीक्षक वशिष्ठ नारायण यादव, आरक्षी संतोष कुमार सरोज और महिला आरक्षी रेनू यादव ने जिलाधिकारी कार्यालय से कदम चौराहा तक पैदल मार्च करते हुए लोगों को जागरूक किया।
इस क्रम में रेलवे स्टेशन, चौक और प्रमुख चौराहों पर मौजूद यात्रियों, राहगीरों, दुकानदारों व श्रमिकों से संवाद स्थापित कर उन्हें बाल भिक्षावृत्ति, बाल श्रम, बाल विवाह, मानव तस्करी, अनैतिक देह व्यापार तथा नशा मुक्ति जैसे गंभीर विषयों पर जागरूक किया गया।
AHT प्रभारी ने लोगों से अपील की
“बच्चों को बाल मजदूरी से दूर रखें और नियमित रूप से स्कूल भेजें। यदि कोई बच्चे को होटल, चाय दुकान या ढाबे पर काम करते देखें तो तुरंत 1098, 112 या 1903 पर सूचना दें।”
इस अभियान ने यह सिद्ध किया कि सामूहिक प्रयास से ही समाज को कुरीतियों से मुक्त किया जा सकता है।
"जागरूक नागरिक ही सुरक्षित और सशक्त समाज की नींव होते हैं।"
0 Comments