खाद्यान्न घोटाले का जिन्न फिर बाहर,
बलिया में 67 लाख के खाद्यान्न घोटाले का जिन्न फिर बाहर, तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी गिरफ्तार
बलिया। दो दशक पुराने करोड़ों के घोटाले का काला सच एक बार फिर सामने आया है। आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) वाराणसी की टीम ने शनिवार को पंदह ब्लॉक के तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी राजेंद्र प्रसाद वर्मा को खाद्यान्न और नकद गबन के आरोप में धर दबोचा।
वर्ष 2002 से 2005 के बीच सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत पंदह ब्लॉक के विभिन्न गांवों में मिट्टी कार्य, नाली निर्माण, खड़ंजा, सड़क मरम्मत और पुलिया निर्माण जैसे विकास कार्यों के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च दिखाए गए। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान और कोटेदारों की तिकड़ी ने मिलकर मस्टर रोल पर फर्जी श्रमिकों के नाम चढ़ाए और सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया।
ईओडब्ल्यू की जांच में सामने आया कि कुल 34.70 लाख रुपये नकद और 32.43 लाख रुपये मूल्य के खाद्यान्न का गबन किया गया, यानी कुल 67.13 लाख रुपये का घोटाला। इस मामले में कुल 12 लोगों की संलिप्तता पाई गई थी।
शनिवार सुबह ईओडब्ल्यू टीम ने राजेंद्र प्रसाद वर्मा को उनके पंदह स्थित आवास के पास से गिरफ्तार किया। उन पर धोखाधड़ी, जालसाजी और भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगे हैं। अब उन्हें भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट वाराणसी में पेश किया जाएगा।
गिरफ्तारी अभियान में ईओडब्ल्यू वाराणसी के निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा, निरीक्षक अरविंद कुमार समेत अन्य पुलिस कर्मी शामिल रहे।
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