बलिया पुलिस महकमे में बड़ी हलचल: निरीक्षक और उपनिरीक्षकों के तबादले, पुलिसिंग को चुस्त-दुरुस्त करने की कोशिश
बलिया। जिले की कानून-व्यवस्था को और सशक्त, सुदृढ़ व प्रभावी बनाने की दिशा में पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बुधवार को पुलिस महकमे में बड़े पैमाने पर तबादलों का ऐलान किया। इस फेरबदल में एक निरीक्षक और नौ उपनिरीक्षकों की तैनाती में परिवर्तन किया गया है। इन तबादलों को प्रशासनिक सुधार, दक्षता में वृद्धि और अनुशासनिक संतुलन की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि यह तबादले केवल स्थान परिवर्तन नहीं, बल्कि जिम्मेदारियों की पुनर्परिभाषा हैं, जिससे बेहतर पुलिसिंग और जनता में विश्वास बहाली संभव हो सके। उन्होंने कहा कि बदलाव वक्त की ज़रूरत है और इससे व्यवस्था को नई ऊर्जा मिलेगी।
गड़वार थाने में नेतृत्व परिवर्तन
सबसे अहम तबादला गड़वार थाना से संबंधित है, जहां के प्रभारी निरीक्षक रत्नेश सिंह को हटाकर उन्हें साइबर थाना भेजा गया है। उनकी जगह कोतवाली बलिया के वरिष्ठ उपनिरीक्षक राजेश बहादुर सिंह को थानाध्यक्ष गड़वार नियुक्त किया गया है। राजेश बहादुर सिंह अपने शांत स्वभाव और तेज निर्णय क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
लाइन हाजिर और नई जिम्मेदारियाँ
तबादलों की इस सूची में कई नाम ऐसे हैं जिनके कार्यकाल और छवि पर चर्चा होती रही है।
- रतसड़ चौकी प्रभारी सागर कुमार रंगू को लाइन हाजिर कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, उनके विरुद्ध कुछ शिकायतें लम्बे समय से लंबित थीं।
- सतनी सराय चौकी प्रभारी पवन कुमार को रतसड़ चौकी की नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- वहीं, सिकन्दरपुर थाने के उपनिरीक्षक नीरज यादव को माल्दा चौकी का नया प्रभारी बनाया गया है, जबकि
- माल्दा चौकी के प्रभारी गजानंद को टंगुनिया चौकी भेजा गया है।
चौकियों में जिम्मेदारी के नए चेहरे
कुछ अनुभवी उपनिरीक्षक अब नई जगहों पर नई जिम्मेदारी संभालेंगे:
- थाना खेजुरी से आनंद मोहन उपाध्याय को सतनी सराय चौकी का प्रभारी बनाया गया है।
- टंगुनिया चौकी प्रभारी संतोष कुमार को अब थाना उभांव भेजा गया है।
- थाना सुखपुरा के रामप्रसाद बिंद को नगरा थाने में नई तैनाती दी गई है, जबकि
- नगरा थाने के राम लखन सोनकर को थाना सुखपुरा भेजा गया है। यह अदला-बदली भी चर्चाओं में है, क्योंकि दोनों अधिकारियों की कार्यशैली एक-दूसरे से बिल्कुल भिन्न मानी जाती है।
प्रशासनिक पृष्ठभूमि और संभावित असर
इन तबादलों को केवल रुटीन प्रक्रिया न मानकर, एक व्यापक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। पुलिस अधीक्षक का यह कदम स्पष्ट करता है कि वे फील्ड में सक्रिय और संवेदनशील अधिकारियों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इससे जहां आम जनमानस में पुलिस के प्रति भरोसा बढ़ेगा, वहीं पुलिस कर्मियों में भी कार्य के प्रति उत्तरदायित्व और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सकेगी।
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निष्कर्ष:
बलिया पुलिस महकमे में इस व्यापक बदलाव को भविष्य की कार्यनीति और जवाबदेही का संकेत माना जा रहा है। अब देखना होगा कि इन तबादलों से जिले की कानून व्यवस्था कितनी प्रभावशाली बनती है और पुलिस व जनता के बीच संवाद की नई जमीन कैसे तैयार होती है।
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