एसपी ने बांसडीह रोड थाने के एसआई को किया लाइन हाजिर
बलिया।
जिले में पुलिस की वसूली का खेल थम नहीं रहा है। एक माह पहले नरही थाने में हुई वसूली के बाद अब बांसडीहरोड थाना के एक एसआई द्वारा एक लाख वसूली का खेल सामने आया है। बांसडीहरोड थाना क्षेत्र के मनियारी जसाव में बुधवार की शाम गुपचुप तरीके से गांजा बरामद करने पहुँचे एसआई व पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने युवा नेता मानवेंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में गुरुवार को बांसडीहरोड तिराहे को जाम कर दिया। नवागत पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह द्वारा एसआई के विरुद्ध कार्रवाई करने के बाद जाम समाप्त हुआ।
बताया जाता है कि बांसडीहरोड थाना के मनियारी जसाव गाँव निवासी व क्षेत्र पंचायत सदस्य विजय बिंद की बांसडीहरोड में जनरल स्टोर की दुकान है। जहां बुधवार की देर शाम थाने के एसआई ओम नारायण पाठक दो सिपाहियों के साथ विजय के घर में घुस गए और छत पर चढ़कर एक झोले में रखे गांजा को बरामद करने का दावा किया। इसको लेकर घर की महिलाओं से झड़प होने लगी। इसी बीच शोर सुनकर आसपास के लोग व पड़ोस की महिलाएं मौके पर एकत्र हो गई। मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि एसआई और पुलिसकर्मियों से नोकझोंक और हाथापाई हो गई। इस दौरान महिलाओं ने पुलिस के हाथ से गांजे का झोला भी छीन लिया। जिसके बाद पुलिस वहां से भाग निकली। बताया जा रहा है कि भागते पुलिसकर्मियों पर महिलाओं ने ईंट-पत्थर भी चलाया। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ गांव से निकलकर सीधे सड़क पर आ गयी और बांसडीहरोड तिराहे पर हंगामा करने लगी। बवाल की सूचना पाकर पंहुचे थानाध्यक्ष अखिलेश चंद्र पांडेय ने ग्रामीणों से बात की। जिस पर विजय बिंद की घर की महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस खुद गांजा लेकर उनके घर पहुँची और सीधे छत पर चढ़कर उन्हें एक झोला दिखाकर पूछने लगी कि बताओ इसमें क्या है।आरोप है कि दारोगा ने मामले को निपटाने के लिए एक लाख रुपये की मांग की। रुपये न देने पर उनके खिलाफ पुलिसकर्मियों द्वारा कार्रवाई की धमकी दी गयी। आरोप है कि दरोगा ने महिलाओं के साथ अभद्रता भी की और उनके बाल भी पकड़े। शोर मचाने पर जब गांव के लोग जुटे तो पुलिस वहां से भाग निकली। ग्रामीणों ने मांग किया कि तत्काल एसआई व पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाय। अन्यथा मुख्यालय पर जाएंगे। इसी प्रकरण को लेकर गुरुवार की सुबह स्थानीय नेता व व्यापार मंडल के लोग पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ मुखर होकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए और बाजार को बंद करा दिया। मामला बिगड़ता देख मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर मनियर व सहतवार एसओ भी अपने दलबल के साथ पंहुच गये। इसी दौरान सीओ सिटी गौरव शर्मा व सीओ बांसडीह प्रभात कुमार भी मौके पर पंहुचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस मामले में एसपी ने एसआई ओम नारायण पाठक को लाइन हाजिर कर दिया। इसके बाद ग्रामीण शांत हो गए। इस मौके पर मानवेंद्र विक्रम सिंह, अमित सिंह, बिकाऊ सिंह, नरेंद्र मिश्रा, लल्लू सिंह, छोटे यादव, बबलू पटेल आदि रहे। इस बाबत पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि एसआई ओमनरायन पाठक को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं पुलिसकर्मियों के विरुद्ध जांच की जा रही है।
बता दें कि एक माह पहले नरही थाने में भी एक आरोपी के भाई की पिटाई कर खाते में एक लाख रुपये लिए गए थे। उसमें एक सिपाही थाने का कारखास भी था। हालांकि तत्कालीन एसपी ने दो सिपाहियों समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। लेकिन एसओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। अब देखना है कि अवैध वसूली के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाने वाले नरही एसओ पर क्या कार्रवाई होती है।
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