न्याय के लिए लगा रही है महिला चक्कर तहसील और थाने का

 न्याय के लिए लगा रही है महिला चक्कर तहसील और थाने का

थाने पर तैनात एसआई रमेश यादव को मामला सुपुर्द  किया गया था थाने से वह मौके पर गए थे एक सिपाही के साथ जो वीडियो में झलक रहा है और काम को रुकवा दिए थे उसके बाद भी काम संपन्न हो गया यह क्या दर्शाता है पुलिस ने अब तक उसमें कोई कार्रवाई नहीं की

सिकंदरपुर बलिया आजमगढ़ लखनऊ उत्तर प






 उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा महिलाओं की समस्याओं को सुनने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है वहीं बलिया जनपद के सिकंदरपुर तहसील अंतर्गत किशोर चेतन गांव निवासिनी देवंती राय पत्नी स्वर्गीय सत्यनारायण राय के द्वारा तहसील के उच्च अधिकारियों को आवेदन पत्र देकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया समस्याओं को संज्ञान में लेकर के उप जिला अधिकारी के द्वारा क्षेत्रीय कांगो और लेखपाल को भेज कर मौके से आख्या मंगाया गया लेखपाल और कांगो की व्याख्या के अनुसार सह खातेदार का मामला सामने आया जिस पर  उपजिला अधिकारी के द्वारा आदेश दिया गया कि थाना अध्यक्ष सिकंदरपुर दोनों पक्षों की सहमति से उसे जमीन पर कोई कार्य कराया जाए अन्यथा की दिशा में कार्य को रोक दिया जाए थाना अध्यक्ष सिकंदरपुर हलका इंचार्ज को आवेदन पत्र सुपुर्द कर दिया इस आशय के साथ की मौके पर जाकर तथा स्थिति कायम रखें पुलिस मौके पर गई और काम को रुकवा दे और देवंती राय को दो दिन बाद थाने पर बुलाया गया देवंती राय को थाने पर बुलाकर बैठा दिया गया और उनके लड़के को और विपक्षों के द्वारा निर्माण कार्य उसे विवादित जमीन पर शुरू करा दिया गया जिसके लिए कई बार सूचना देवंती राय के द्वारा अपने मोबाइल से पुलिस और तहसील में दी गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ पहले दिन जिस स्थिति में पुलिस रुकवा करके आई थी दूसरे दिन उसको कंप्लीट करा लिया गया ग्रामीणों के अनुसार गांव में पंचायत भी की गई लेकिन विरोधियों के द्वारा पंचायत को इनकार कर दिया गया देवंती राय का आरोप है की पुलिस  मुझे और मेरे लड़के को थाने पर बैठाया दिया गया और वहां निर्माण कार्य शुरू हो गया पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है मामले से संबंधित वीडियो और फोटो और आवेदन पत्र समाचार के साथ संलग्न हैं यही नहीं विपक्षी के द्वारा पुलिस और तहसील के अधिकारियों को चैलेंज दिया गया है की कौन काम को रोक देगा हम देखते हैं


जबकि देवंती राय अपना हिस्सा मांग रही हैं चुकी देवंती राय अपने पुत्र के साथ लखनऊ रहती है इसका फायदा उठाकर पाटीदारों के द्वारा उनके जमीन पर कब्जा कर लिया गया अगर ऐसा होता रहा तो बाहर कमाने वाले अपने घर की जमीन से बेदखल हो जाएंगे

जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को ऐसे  मामलों को संज्ञान में लेना चाहिए पुलिस मौके पर जाकर सिविल ड्रेस में शाम को रुकवा दिया था लेकिन विपक्षी कितना बड़ा सर्कस   व्यक्ति है किसी को नही सुन रहा है महिला अपनी जमीन बचाने के लिए तहसील और थाना का चक्कर लगा रही है। अपने पुत्र के साथ

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