प्राचीन शिव मंदिर बाबा घुश्मेश्वर नाथ धाम (घुइसरनाथ )

 प्राचीन शिव मंदिर बाबा घुश्मेश्वर नाथ धाम (घुइसरनाथ )

यह मंदिर उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के अंतर्गत लालगंज तहसील से  लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह मंदिर भगवान भोलेनाथ का अति प्राचीन मंदिर है। जो कि  सई नदी के किनारे स्थित है। अपनी आध्यात्मिक एवं पौराणिक विशिष्टता के कारण यह शिव मंदिर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। यहां घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग के रूप में बाबा घुइसरनाथ धाम की प्रसिद्धि पूरे अवध में है। बाबा घुइसरनाथ नाथ धाम में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं भोले बाबा अनादि अनंत अविनाशी है यहां हर सोमवार को परंपरागत रूप से बाबा का जलाभिषेक किया जाता है। मलमास के दिनों में यहां श्रद्धालुओं की भीड़ देखने लायक होती है। कहा जाता है  राम जब वनवास के लिए निकले थे। तो यही विश्राम किए थे उनकी पसीने से एक वृक्ष उत्पन्न हुआ था जिसे करील कहते हैं। प्रत्येक वर्ष सावन में यहां पूरे उत्तर प्रदेश से लोग कांवर लेकर आते हैं।  शिवरात्रि के पावन अवसर पर यहां करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करते हैं। भीड़ इतनी होती है कि प्रशासन के पसीने छूट जाते हैं। वैसे तो यहां पूजा पाठ का सिलसिला सुबह से शुरू होकर दोपहर तक चलता है लेकिन सूर्योदय से पहले और प्रदोष काल में पूजन का विशेष महत्व होता है।

 यहां शिवरात्रि पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय एकता महोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यहां लाखों करोड़ों की संख्या में जनसैलाब उमड़ता है। यहां कांवड़ियों की संख्या भी दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है।  यह बहुत प्राचीन शिव मंदिर है। जो कि सनातन धर्म  की आस्था और विश्वास का केंद्र है।

सीमा त्रिपाठी

शिक्षिका साहित्यकार लेखिका

लालगंज प्रतापगढ़

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