दुल्हन जैसी सजी अयोध्या

 दुल्हन जैसी सजी अयोध्या 

प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश

प्रभु श्री राम लंबे इंतजार के बाद 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में अपना स्थान ग्रहण करेंगे। जैसे-जैसे यह तारीख नजदीक आ रही है जनमानस में उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। इस कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए कई दिनों से अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। 22 जनवरी देश के लिए सौभाग्यशाली दिन होगा प्रभु श्री राम 14 वर्ष बाद वनवास से वापस अयोध्या आए थे तब उनके आने की खुशी में लोगों ने दीपावली का त्योहार मनाया था। अयोध्या में रामलला 500 वर्षों के बाद मंदिर में विराजेंगे इस पावन दिन का सभी राम भक्त बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं सभी राम भक्त एक बार फिर से दीपावली का त्योहार मनाएंगे।  धर्म की पुनर्स्थापना के लिए संघर्ष सदैव होता आया है। कभी-कभी सृजन के लिए यह आवश्यक भी है। संपूर्ण विश्व में भारतीय संस्कृति का सूर्योदय हो रहा है। श्री राम जन्मभूमि का संघर्ष विश्व का सबसे लंबा संघर्ष है। अयोध्या में केवल राम मंदिर ही नहीं अपितु राष्ट्र मंदिर व राष्ट्रीय गौरव की नींव पक्की हो रही है। विश्व हिंदू परिषद का सबसे बड़ा आंदोलन राम मंदिर के निर्माण के लिए किया गया 2019 में करीब 70 साल बाद विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट के जजों ने राम मंदिर के हित में फैसला सुनाया। 2020 में राम मंदिर का निर्माण का भूमि पूजन किया गया और 2024 में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसी के साथ प्रभु की पूजा अर्चना प्रारंभ हो जाएगी।
सीमा त्रिपाठी

शिक्षिका साहित्यकार लेखिका

लालगंज प्रतापगढ़

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