बिना स्थगन आदेश के रोक दिया गया मकान निर्माण, पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
सिकंदरपुर (बलिया)।
सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के लीलकर गांव के मठिया मजरें में एक मकान निर्माण को पुलिस द्वारा बिना किसी स्थगन आदेश के रोके जाने से ग्रामीणों में नाराजगी देखने को मिल रही है। बताया जा रहा है कि उक्त जमीन डी-की आराजी में दर्ज है, जिस पर परिवार के सदस्यों के बीच पूर्व में हुए सुलह-समझौते (सुलानामा) के आधार पर सभी भाइयों ने मकान बना लिया है। इसी कड़ी में सरली देवी पक्ष का भी मकान निर्माण अंतिम चरण में था। सेटिंग का कार्य पूरा हो चुका था, मजदूर और मिस्त्री लगे हुए थे तथा ढलाई का पूरा सामान मौके पर मौजूद था। इसी दौरान एक भाई द्वारा आपत्ति दर्ज कराते हुए पुलिस को आवेदन दे दिया गया कि निर्माण उनकी जमीन पर किया जा रहा है।
आरोप है कि आवेदन मिलते ही हल्का दीवान दिनेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और बिना राजस्व टीम की उपस्थिति के निर्माण कार्य रुकवा दिया। पीड़िता सरली देवी ने बताया कि “यदि किसी को आपत्ति थी तो पहले क्यों नहीं रोका गया? जब हम लोगों ने नींव डालकर पूरा मकान खड़ा कर लिया, तब किसी ने विरोध नहीं किया। आज मजदूर, मिस्त्री और ढलाई का पूरा खर्च लग चुका है, अब इस बर्बादी का जिम्मेदार कौन होगा?”
पीड़िता ने यह भी कहा कि उन्होंने ब्याज पर कर्ज लेकर मकान बनाने का काम शुरू किया है ताकि उनके पशुओं को पेड़ के नीचे रहने की मजबूरी से मुक्ति मिल सके। “अब अचानक रोक लगने से आर्थिक नुकसान के साथ मानसिक तनाव भी बढ़ गया है,” उन्होंने कहा।
इधर, पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि जिला अधिकारी बलिया का स्पष्ट आदेश है कि भूमि विवाद के मामलों में पुलिस बिना राजस्व टीम (लेखपाल/राजस्व निरीक्षक) के हस्तक्षेप नहीं करेगी। इसके बावजूद अकेले पुलिस कर्मी द्वारा मौके पर पहुंचकर निर्माण रोक देना नियमों के विपरीत माना जा रहा है।
थाना अध्यक्ष मूलचंद चौरसिया ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर बयान लिया और बताया कि मामले की सुनवाई शनिवार को समाधान दिवस में की जाएगी, जहां राजस्व कर्मियों की मौजूदगी में यह तय किया जाएगा कि निर्माण आगे जारी रहेगा या नहीं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह गांव लंबे समय से विवादों, आपसी रार और अवैध गतिविधियों के कारण चर्चाओं में रहता है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में नशे से जुड़े अवैध कारोबार भी पुलिस की जानकारी में चलता है। ऐसे में जब एक महिला अपने परिवार को छत देने के लिए घर बना रही थी, तभी निर्माण रोकना कई सवाल खड़ा करता है।
जिस व्यक्ति की मध्यस्थता में भाइयों के बीच सुलानामा हुआ था, उसका वीडियो और पीड़िता का बयान भी उपलब्ध है, जिसके आधार पर परिजन निर्माण जारी रखने की मांग कर रहे हैं।

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