महिला सिपाही मीनाक्षी के रिश्तों और दबावों की जांच तेज

 

महिला सिपाही मीनाक्षी के रिश्तों और दबावों की जांच तेज

जालौन से बड़ा खुलासा: थाना प्रभारी की संदिग्ध मौत में कई परतें, महिला सिपाही मीनाक्षी के रिश्तों और दबावों की जांच तेज

उरई।

 कुठौंद थाना प्रभारी अरुण कुमार राय की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला अब बेहद पेचीदा होता जा रहा है। मामले में जेल भेजी गई महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा की भूमिका पर कई नए तथ्य सामने आ रहे हैं। पुलिस की जांच में न सिर्फ विरोधाभास मिले हैं, बल्कि दोनों के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध और निजी स्तर पर बढ़ती नजदीकियों की बात भी सामने आ रही है, जिसने पूरे प्रकरण को और उलझा दिया है।

वारदात की रात: कई जवाब नहीं दे सकी मीनाक्षी

रविवार को पुलिस ने मीनाक्षी को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा। इससे पहले लगभग पांच घंटे की पूछताछ में मीनाक्षी कई महत्त्वपूर्ण सवालों पर चुप्पी साधे रही। उसने केवल इतना कहा—“जब मैं कमरे में पहुंची, प्रभारी घायल पड़े थे। मैं घबरा गई और चिल्लाती हुई बाहर निकली।” लेकिन यह बात पुलिस के संदेह के घेरे में है, क्योंकि घटनास्थल से भागती हुई उसकी सीसीटीवी फुटेज मौजूद है।

प्रभारी की पत्नी ने उठाए गंभीर आरोप

थाना प्रभारी की पत्नी माया राय ने मीनाक्षी पर सीधे हत्या का आरोप लगाते हुए एसपी को तहरीर दी थी। उनका कहना है कि दोनों के बीच संबंध सामान्य नहीं थे और मीनाक्षी लंबे समय से उनके पति के निजी जीवन और नौकरी पर दबाव बना रही थी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निष्पक्ष जांच की मांग की है।

तनावपूर्ण संबंध और बढ़ती नजदीकियां

सूत्रों के अनुसार, कोंच कोतवाली में तैनाती के दौरान मीनाक्षी और प्रभारी अरुण राय के बीच कई बार कहासुनी हुई थी। राय उसकी कार्यशैली से नाखुश थे और उसे हटवाने की रिपोर्ट तक भेज चुके थे। लेकिन इसके बाद दोनों के बीच समीकरण बदलते गए। बताया जा रहा है कि मीनाक्षी धीरे-धीरे राय के निजी आवास में अधिक समय बिताने लगी और पिछले एक सप्ताह से वह वहीं रह रही थी, जबकि उसकी ड्यूटी कोंच में थी। वह लगभग 10 दिन से बिना अनुमति गायब थी।

शादी का खर्च उठाने का दबाव—रिश्ते में बढ़ता तनाव

घटना से जुड़े लोगों के अनुसार मीनाक्षी की शादी फरवरी 2026 में होने वाली थी। वह थाना प्रभारी पर लगभग 25 लाख रुपये शादी का खर्च उठाने का दबाव बना रही थी। आरोप है कि वह उन्हें निजी पलों के वीडियो पत्नी को भेजने की धमकी देकर ब्लैकमेल करती थी। इसी आर्थिक और निजी दबाव को लेकर दोनों के बीच घटना की रात विवाद हुआ था।

कॉल डिटेल रिपोर्ट ने उड़ाए कई पुलिसकर्मियों के होश

पुलिस ने मीनाक्षी और अरुण राय दोनों के मोबाइल, चैट बैकअप और कॉल डिटेल खंगाले हैं। कॉल लॉग में कई चौंकाने वाले नंबर मिले हैं। मीनाक्षी किन-किन पुलिसकर्मियों से संपर्क में थी, इससे विभाग में खलबली मच गई है। तीन मोबाइल और चार सिम मिलने के बाद पुलिस का मानना है कि वह कई समानांतर संपर्कों में थी।

क्या तीसरा व्यक्ति भी मौजूद था?

जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि मीनाक्षी वारदात से पहले एक व्यक्ति के साथ बाइक से आई थी। भागते समय भी वह फोन पर किसी से लगातार बात कर रही थी। पुलिस अब इस “तीसरे व्यक्ति” की पहचान खोज रही है, जिससे पूरे मामले की असली तस्वीर साफ हो सकती है।

पहले भी विवादों में रही है मीनाक्षी

पीलीभीत में तैनाती के दौरान उसने एक कांस्टेबल पर गंभीर आरोप लगाए थे। जांच में आरोप सही पाए गए थे। लगातार विवादों और पारिवारिक-निजी मामलों में हस्तक्षेप की उसकी प्रवृत्ति पहले भी चर्चा में रही है।

जांच की दिशा

थाना प्रभारी की संदिग्ध मौत के पीछे

  • निजी संबंध,
  • आर्थिक दबाव,
  • पेशेवर विवाद,
  • और संभावित तीसरा व्यक्ति—

इन सभी पहलुओं की बारीकी से जांच हो रही है। पुलिस कॉल डिटेल, सीसीटीवी, और डिजिटल बैकअप के आधार पर घटनाक्रम की कड़ी जोड़ने में जुटी है।

जिले में यह घटना पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली, अनुशासन और आंतरिक संबंधों पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।

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