महिला पिछले कई महीनों से न्याय की आस में

 

महिला पिछले कई महीनों से न्याय की आस में

28 जुलाई से न्याय की लड़ाई लड़ रही वसारिखपुर की महिला, घर में घुसकर छेड़छाड़ का आरोप, केवल एनसीआर दर्ज होने से पीड़िता में रोष

बलिया(राष्ट्र की संपत्ति)


 तहसील सिकंदरपुर क्षेत्र के वसारिखपुर गांव की 38 वर्षीय महिला पिछले कई महीनों से न्याय की आस में सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर है। पीड़िता का कहना है कि 28 जुलाई से वह लगातार थाने, तहसील और जनपद मुख्यालय के दौरे कर रही है, लेकिन अब तक उसे केवल आश्वासन के अलावा कोई ठोस राहत नहीं मिल सकी है।

महिला का आरोप है कि कुछ दबंग किस्म के लोगों ने उसके घर में जबरन घुसकर उसके साथ अभद्रता की, उसके शरीर के कपड़े फाड़ दिए और छेड़छाड़ की। इस गंभीर घटना के बाद उसने थाना सिकंदरपुर में लिखित शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने केवल एनसीआर (नॉन कॉग्निजेबल रिपोर्ट) दर्ज कर औपचारिकता पूरी कर ली, जबकि पीड़िता का कहना है कि मामला गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने योग्य है।


पीड़िता के अनुसार, घटना के बाद से आरोपी पक्ष के लोग उसे लगातार धमका रहे हैं। जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं और पूरे परिवार को झूठे मुकदमों में फंसाने की बात कही जा रही है, जिससे वह और उसका परिवार दहशत में हैं।


स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते पुलिस ने सख्त कार्रवाई की होती तो पीड़िता को इतनी मानसिक प्रताड़ना नहीं झेलनी पड़ती। गांव में इस घटना को लेकर आक्रोश का माहौल है और लोग निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।

पीड़िता ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक बलिया से गुहार लगाते हुए मांग की है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एनसीआर को मुकदमे में तब्दील कराया जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि उसे न्याय मिल सके और उसके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।


अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर प्रशासन पीड़िता की फरियाद को कब गंभीरता से लेगा और उसे कब तक दफ्तरों के चक्कर लगाने से राहत मिलेगी।

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