श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
सुखपुरा(बलिया)।
कस्बा के प्रतिष्ठित चिकित्सक स्व0डॉ0 दीनानाथ ओझा जी का मरणोपरांत राधा कृष्ण आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के प्रांगण में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें सुखपुरा एवं अगल-बगल क्षेत्र के सम्मानित प्रबुद्ध जनों ने सामाजिक ,राजनीतिक एवं शिक्षा क्षेत्र में उनके योगदान पर चर्चा करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया ।
श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत स्व0 ओझा जी के चित्र पर पुष्पांजलि एवं कस्बा के जाने-माने संगीत प्रशिक्षक डॉ अरविंद कुमार उपाध्याय के निर्गुण भजन से हुआ। सर्वप्रथम समाजसेवी श्री राम सिंह सन 1967 में जन संघ के टिकट पर सिकंदरपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने की चर्चा करते हुए उन्हें बहुआयामी व्यक्ति कहा।शंकर दानी ने कहा कि संस्कृत पाठशाला को पुनः संचालित कराना स्व 0ओझा जी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।वहीं प्रसिद्ध गीतकार बृजमोहन प्रसाद अनाड़ी ने निर्गुण सुना कर सबको भाव विभोर कर दिया ।अपने उद्बोधन में श्याम नारायण पांडे जी ने उनसे सामाजिक उत्तरदायित्व सीखने की बात कही। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजय मिश्रा ने उन्हें क्षेत्र के सबसे पुराने स्वयंसेवक एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के समकालीन तथा कलराज मिश्र के अभिन्न मित्र होने की बात अपने उद्बोधन में कही। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानाचार्य राजेंद्र उपाध्याय ने कहा कि व्यक्ति का व्यक्तित्व उनकी कृतियों से पहचानी जाती है वह श्री राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में जेल जाने, सतीश चंद्र महाविद्यालय के प्रबंध समिति के अध्यक्ष, राधा कृष्ण आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के प्रबंधक तथा जनपद के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रतिष्ठित पदों पर अपने उत्तरदायित्व को निभाते रहे ।तत्पश्चात कांग्रेस नेता जनार्दन उपाध्याय ने कहा कि आजादी से पूर्व कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा ग्रहण कर डॉ ओझा ने इस क्षेत्र की आजीवन सेवा की।
श्रद्धांजलि सभा को प्रबंधक अरविंद शुक्ला, अबरार अहमद , सुखपुरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष रोहित सिंह, संतोष गुप्ता, हरेंद्र नाथ उपाध्याय, रामाशंकर यादव , राजेंद्र सिंह गवार आदि ने संबोधित किया। श्रद्धांजलि सभा में क्षेत्र के मिंटू पांडे, प्रवीण सिंह धर्मेंद्र सिंह,किशमिश सिंह, हलचल सिंह एवं सुखपुरा के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे । श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता वयोवृद्ध सेवानिवृत शिक्षक ब्रजानंद पांडे जी, संचालन शिक्षक हरे राम सिंह एवं स्व0 डॉ0 ओझा जी के सुपुत्र आनंद कुमार ओझा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।


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