मां दुर्गा की भक्ति और शक्ति पूजा नवरात्रि
प्रतापगढ़
शारदीय नवरात्रि का महत्व सर्वोपरि इसलिए माना जाता है। क्योंकि इस समय देवताओं ने दैत्यों से पराजित होकर आदि शक्ति की पूजा- अर्चना की थी। देवताओं की करूण पुकार सुनकर मां दुर्गा देवताओं की रक्षा के लिए माता रानी के रूप में प्रकट हुई। तब से हर वर्ष मां पूरे 9 दिन के लिए धरती लोक पर अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए आती है। माता को प्रसन्न करने के लिए भक्त तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। नवरात्रि व्रत का मूल उद्देश्य है-- इंद्रियों का संयम और आध्यात्मिक शक्ति का संचय।शारदीय नवरात्रि मां दुर्गा की उपासना के लिए सबसे उत्तम दिन माना जाता है। हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत महत्व है। नवरात्रि के समय नौ दिनों तक मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना की जाती है घरों में मां दुर्गा के नाम की अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित की जाती है घट स्थापना करके मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार नवरात्रि का शुभारंभ 3अक्टूबर को होगा ।
सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। कन्या पूजन का भी अपना अलग महत्व है। माता के रूप में लक्ष्मी, सरस्वती और महाकाली के रूप में नौ दिन तक देवी के अलग-अलग स्वरूप की पूजा की जाती है । अष्टमी और नवमी का भी खास महत्व है। उत्तर भारत में श्रद्धालु नौ दिनों के दौरान उपवास रखते हैं। और नौ दिन मां दुर्गा की पूजा करके हवन के बाद अनुष्ठान को समाप्त करते हैं मान्यता है कि नवरात्र में माता का पाठ करने से मां दुर्गा की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है। मां दुर्गा को सुख समृद्धि तथा धन की देवी माना जाता है। जो भक्त पूरी श्रद्धा से मां दुर्गा की पूजा करते हैं उन्हें मां का भरपूर आशीर्वाद मिलता है। सिद्धि और साधना की दृष्टि से देखा जाए तो शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है। पहले दिन घट स्थापना होती है और मां शैलपुत्री की पूजा होती है । हर साल आश्विन माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को शारदीय नवरात्रि मनाने की परंपरा है। इस वर्ष 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक शारदीय नवरात्रि मनाई जाएगी।
सीमा त्रिपाठी
शिक्षिका साहित्यकार लेखिका
लालगंज प्रतापगढ़
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