बैंक कर्मचारी ने पुलिस इंस्पेक्टर के साथ बदसलूकी
सुखपुरा(बलिया) : भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा में सोमवार को एक बैंक कर्मचारी ने पुलिस इंस्पेक्टर के साथ बदसलूकी किया।पुलिस बैंक कर्मचारी को शान्ति भंग कि धारा 170 में चालान कर केवल खानापूर्ति कर खुश हो रही है।खेजुरी थाना के करंबर ग्राम निवासी सूबेदार मेजर राम अवतार यादव दोपहर को ई-केवाईसी कराने भारतीय स्टेट बैंक की सुखपुरा शाखा पर पहुंचे थे।अपना कागजात लेकर जब वह कांउटर पर बैठे एकाउंटेंट जितेंद्र मिश्र के पास पहुंचे और अपना कागजात देकर ई-केवाईसी करने की प्रार्थना किया, तो श्री मिश्र आगबबूला हो गए और सुबेदार मेजर से बदसलूकी करने लगे।सुबेदार मेजर ने फोन से इसकी सूचना थाना सुखपुरा को दिया।थाना से पहुंचे अपराध निरीक्षक केशव चंद्र द्विवेदी बैंक में पहुंचे, और शाखा प्रबंधक के कार्यालय में गये। वहीं बैंक कर्मचारी मिश्र को बुलाया गया। लेकिन वह शाखा प्रबंधक के कार्यालय में नहीं गये।मजबूर होकर इंस्पेक्टर को श्री मिश्र के केविन के पास आना पड़ा।वह श्री मिश्र से घटना की जानकारी ले ही रहे थे। कि वह इंस्पेक्टर से ही उलझ गए।मामला हाथा पाई तक पहुंच गया।पुलिस श्री मिश्र को लेकर थाने आ गई।इस बीच शिकायत कर्ता सूबेदार मेजर तो पहले मिश्र के विरुद्ध कार्रवाई करने का दबाव बना रहे थे। बाद में उन्होंने अपनी शिकायत वापस ले लिया।मजबूर होकर पुलिस को श्री मिश्र को शान्ति भंग कि धारा 170 में चालान करना पड़ा।घटना के तत्काल बाद शाखा प्रबंधक स्वर्णिमा सिंह शाखा छोड़कर बलिया निकल गई।वहां से जांच करने की अधिकारियों की एक टीम आई तो जरूर थी। जो बंद कमरे में मिश्रा के परिवार के साथ आपस में गुफ्तगू कर सभी वापस चले गए।लाख प्रयास करने के बाद भी वह किसी से कोई बात करने को तैयार नहीं हुए। और ना ही उन्होंने पत्रकारों को सीसीटीवी कैमरा के फुटेज ही दिखाया।बैंक के अधिकांश ग्राहकों ने बैंक के उक्त कर्मचारी पर बराबर अभद्रता करने का आरोप भी लगाया।
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पुलिस द्वारा अभद्रता करने वाले बैंक कर्मचारी पर पुलिस ने अपने स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की केवल सूबेदार मेजर के शिकायत पर ही निर्भर रही।यह यहां चर्चा का विषय बन चुका है,आखिर पुलिस ने अपने हाथ क्यों खींच लिये।
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थानाध्यक्ष योगेंद्र प्रसाद सिंह ने इस संदर्भ में बताया कि शिकायत करने वाले द्वारा शिकायत वापस लेने के बाद आरोपी को शांति भंग में चालान कर दिया गया है।
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