निलंवित थानाध्यक्ष पन्नेलाल को एसओजी टीम ने गिरफ्तार कर लिया
घनश्याम तिवारी
बलिया आजमगढ़ लखनऊ उत्तरप्रदेश :
बिहार बार्डर से सटे उत्तर प्रदेश के नरहीं थाने के निलंवित थानाध्यक्ष पन्नेलाल को एसओजी टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। गोरखपुर में गोला थाना क्षेत्र के गांव भरसी निवासी पन्नेलाल को पकड़ने के लिए रविवार को आजमगढ़ एसओजी पुलिस टीमों के साथ पहुंची थी, जहां पर पन्नेलाल ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इसके बाद एसओजी उसे आजमगढ़ ले गई।
गौरतलब हो कि भरौली गोलम्बर पर ट्रकों से अवैध वसूली की शिकायत पर 24 जुलाई की रात एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ की रेड में दो सिपाहियों समेत 18 लोग गिरफ्तार किए गए थे। वहीं, नरही थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष पन्नेलाल फरार हो गये थे। वहीं, शासन ने एसपी देव रंजन वर्मा को हटा दिया था। साथ ही एडिशनल एसपी का भी तबादला कर दिया गया। इसी के साथ सीओ को सस्पेंड किया गया। सीएम योगी ने सीओ, एसएचओ नरहीं और चौकी प्रभारी काेरंटाडीह की सम्पत्ति के जांच के भी निर्देश दिए हैं। मामले में एसएचओ नरही पन्नेलाला मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार हो गया था, जिसे रविवार को गोला थाने की पुलिस के साथ पहुंची एसओजी ने उसके पैतृक गांव भरसी से गिरफ्तार कर लिया।
दो साल से एक ही थाने पर तैनात
जिले में पुलिस कप्तान और अन्य अधिकारी बदलते रहे, लेकिन पन्नेलाल दो साल से नरही के थानाध्यक्ष पद पर काबिज रहा। गोरखपुर का मूल निवासी पन्नेलाल 2012 में दरोगा बना था। अगस्त 2022 में पन्नेलाल को नरही थाने की मलाईदार थानेदारी मिली थी। तब से निलंबन और मुकदमा दर्ज होने तक वह नरही थानाध्यक्ष पद पर ही रहा। यूपी-बिहार के भरौली बॉर्डर पर ट्रकों से अवैध वसूली का जिम्मा उसने हेड कॉन्स्टेबल हरिदयाल सिंह व विष्णु गुप्ता, सिपाही दीपक मिश्र व बलराम सिंह को दे रखा था। यह चार पुलिसकर्मी निजी व्यक्तियों से अवैध वसूली कराते थे, जो ट्रक चालक पैसा देने में आनाकानी करते थे उसे सिपाहियों के सामने ले जाकर वर्दी का खौफ दिखाया जाता था। हरिदयाल सिंह गिरफ्तार कर लिया गया है। विष्णु, दीपक व बलराम की तलाश जारी है। पन्नेलाल की देखादेखी उसके थाने की कोरंटाडीह चौकी के सामने दरोगा राजेश कुमार भी अपने निजी व्यक्तियों से अवैध वसूली कराता था।
0 Comments