अपने आप पर आंसू बहा रहा है बलिया जनपद के सुखपूरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
सुखपुरा(बलिया)। सुखपुरा में करोड़ों रुपए के लागत से बना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधिकारियों के कागज के खेला में आज अपने भाग्य पर आंसू बहा रहा है। सुखपुरा कस्बे में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र( 30) बेड का बनकर जब तैयार हुआ। ठीक उसी समय कोरोना का काल शुरू हो गया। कोरोना कल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अधिकारियों ने अस्थाई जेल बनाकर कैदियों को रखा जाने लगा ।यह खेल लगभग 2 साल तक चलता रहा। उसके बाद क्षेत्रीय विधायक श्रीमती केतकी सिंह के दौड़े के क्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं ने ध्यान आकर्षित किया।तब उन्होंने उक्त अस्पताल को चालू करने के लिए सीएमओ को निर्देश दिया । इसके बाद आनन फानन में दो-तीन स्टाफ की नियुक्ति की गई। इसी बीच इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को पी पी मॉडल में अस्पताल चलाने के लिए लखनऊ से निर्देश हुआ। पी पी मॉडल के निर्देश के क्रम में लोगों को यह आशा जगी कि अब यहां अस्पताल सुचारू रुप से काम करेगा। जब शारदा नारायण अस्पताल मऊ के संचालक डॉक्टर संजय सिंह ने बलिया सीएमओ के साथ पी पी मॉडल पर बैठक किया ।इसके पूर्व ही डॉक्टर संजय सिंह ने अस्पताल की दशा और क्षेत्र का भौगोलिक निरीक्षण कर उन्होंने पी पी मॉडल में लेने से इनकार कर दिया। उसके बाद इसको जिला अस्पताल के संरक्षण में चलाने की वकायदा शुरू की गई। इस बीच इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कुल 10 कर्मचारियों की तैनाती की गई ।जो कागज में आज भी चल रहा है और वेतन का भुगतान भी सुखपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नाम से ही हो रहा है। इन कर्मचारियों में अधीक्षक के पद पर एक, एमबीबीएस डॉक्टर के पद पर एक, फार्मासिस्ट एक, स्टाफ नर्स तीन,बाबू एक,एल टी एक, एक्स-रे टेक्निक एक, स्वीपर एक की नियुक्ति यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुखपुरा पर सालों से चल रही है वेतन भी सुखपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से ही निकल रहा है लेकिन यह डॉक्टर सहित पूरा स्टाफ कहां काम करते हैं ।यह तो सी एम ओ साहब सही सही बता पायेंगे।सुखपुरा की जनता को पता तक नहीं है ।इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए जो बेड, अत्याधुनिक मशीन,या जो संसाधन सहित करोड़ों रुपए की लागत की समान फेफना अस्पताल पर सड़ रहा है। बता दे की इसी परिसर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी पहले से ही चलता है। उसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की भी स्थापना सपा सरकार के कार्यकाल में हुआ। अब इस परिषद में कोरोना वार्ड का भी निर्माण करोड़ों रुपए की लागत से किया जा रहा है ।जो अभी निर्माणधीन हैं ।अब सवाल यह उठता है की बिल्डिंग तो बनकर तैयार हो जाती है। रखरखाव के अभाव मे भसने के कगार पर भी पहुंच रही है। ग्राम वासियों ने अविलम्ब अस्पताल को चालू करने की मांग किया है। और जिन डॉक्टर और स्टाफ नर्सो या कर्मचारी की नियुक्ति हुई है। उन्हें यहां तुरंत भेजा जाए। अन्यथा अब पब्लिक बर्दाश्त नहीं करेगी। जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला अधिकारी सहित सी एम ओ बलिया की होगी।
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