बेसब्री से इंतजार प्रभु का आने का

शबरी का बेसब्री से इंतजार
 
प्रतापगढ़ 

प्रभु की भक्ति का सबसे सरल मार्ग प्रेम है। शबरी प्रभु श्री राम के आने का इंतजार करती और पूरे रास्ते में फूल बिछाकर उनके आने का  बेसब्री से इंतजार करती उसे विश्वास था कि एक न एक दिन प्रभु दर्शन अवश्य देंगे और अपनी कृपा भक्ति प्रदान करेंगे ईश्वर को प्राप्त करने का सबसे सरल और उत्तम उपाय प्रेम ही है प्रेम भक्ति का आधार है इंसान कितना ही जप तप कर ले बिना प्रेम के सब बेकार है प्रेम के वशीभूत होकर  प्रभु श्री राम को शबरी के घर जाना पड़ा।प्रभु को आश्रम आते देख शबरी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा उसे अपनी आंखों पर भरोसा ही नहीं हो रहा था। शबरी ने प्रभु के चरण धोकर आसन दिया उसके बाद वह खानेके  लिए बेर प्रभु के लिए लाई जिसे उसने प्रभु श्री राम के लिए चखकर रखे थे। शबरी के घर में प्रभु को खिलाने के लिए बेर के अलावा कुछ भी नहीं था। वह प्रेम बस प्रभु को मीठे बेर ही खिलाना चाहती थी प्रभु के प्रेम में व्याकुल शबरी प्रभु के आने का इंतजार सुबह से शाम तक करती थी।उसे पूरा विश्वास था कि एक न एक दिन प्रभु श्री राम अवश्य आएंगे।

सीमा त्रिपाठी
शिक्षिका साहित्यकार लेखिका
लालगंज प्रतापगढ़

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